नॉमिनल जीडीपी (Nominal GDP) और पीपीपी जीडीपी (Purchasing Power Parity GDP) दोनों ही देशों की आर्थिक स्थिति का आकलन करने के लिए उपयोग किए जाते हैं
नॉमिनल जीडीपी और पीपीपी जीडीपी में अंतर
नॉमिनल जीडीपी (Nominal GDP) और पीपीपी जीडीपी (Purchasing Power Parity GDP) दोनों ही देशों की आर्थिक स्थिति का आकलन करने के लिए उपयोग किए जाते हैं, लेकिन इन दोनों के बीच प्रमुख अंतर है, जो इनकी गणना करने के तरीके से संबंधित है।
1. नॉमिनल जीडीपी (Nominal GDP):
नॉमिनल जीडीपी उस देश की आर्थिक गतिविधि का कुल मूल्य है, जो उसके राष्ट्रीय मुद्रा में मापा जाता है। इसे वर्तमान बाजार कीमतों पर मापा जाता है और इसमें मुद्रास्फीति (inflation) या मुद्रा विनिमय दर (exchange rate) का असर शामिल होता है।
- विशेषताएँ:
- मुद्रास्फीति और विनिमय दर का प्रभाव: यह आंकड़ा मुद्रास्फीति और विनिमय दर के बदलावों को ध्यान में रखता है।
- वर्तमान बाजार कीमतों पर आधारित: इसे सीधे बाजार की कीमतों के आधार पर मापा जाता है, बिना किसी समायोजन के।
उदाहरण:
- संयुक्त राज्य अमेरिका (USA): 2023 के लिए अमेरिका का नॉमिनल जीडीपी लगभग $26.7 ट्रिलियन है।
- भारत: भारत का नॉमिनल जीडीपी 2023 में लगभग $3.7 ट्रिलियन है।
2. पीपीपी जीडीपी (Purchasing Power Parity GDP):
पीपीपी जीडीपी एक आर्थिक अवधारणा है, जिसमें मुद्राओं की शक्ति को तुलनात्मक आधार पर मापा जाता है। इसका उद्देश्य यह समझना है कि विभिन्न देशों में समान वस्तुओं और सेवाओं को खरीदने के लिए कितनी राशि की आवश्यकता होती है। यह देश के जीवन स्तर और महंगाई को ध्यान में रखते हुए मापा जाता है। पीपीपी जीडीपी देशों के बीच तुलना करने के लिए अधिक सटीक होता है क्योंकि यह मुद्रास्फीति और विनिमय दर के प्रभाव को नकारता है।
- विशेषताएँ:
- मुद्रास्फीति और विनिमय दर के प्रभाव से मुक्त: इसमें मुद्रास्फीति और मुद्रा विनिमय दर को समायोजित किया जाता है।
- वैश्विक तुलनात्मक खरीद क्षमता: यह देशों के बीच वास्तविक जीवन स्तर की तुलना करने के लिए उपयुक्त होता है।
उदाहरण:
- संयुक्त राज्य अमेरिका (USA): 2023 के लिए अमेरिका का पीपीपी जीडीपी लगभग $76 ट्रिलियन है।
- भारत: भारत का पीपीपी जीडीपी 2023 में लगभग $12.8 ट्रिलियन है।
नॉमिनल जीडीपी और पीपीपी जीडीपी में मुख्य अंतर:
विवरण | नॉमिनल जीडीपी | पीपीपी जीडीपी |
---|---|---|
आधार | वर्तमान बाजार कीमतें | मुद्रास्फीति और विनिमय दर समायोजित |
समान वस्तुओं की तुलना | नहीं, विनिमय दर का असर होता है | हां, समान वस्तुओं को खरीदने की शक्ति |
उपयोग | वैश्विक आर्थिक आकार और प्रदर्शन को मापने में | देशों के जीवन स्तर की तुलना करने में |
मुद्रास्फीति प्रभाव | प्रभावी होता है | प्रभावी नहीं होता |
विनिमय दर प्रभाव | प्रभावी होता है | प्रभावी नहीं होता |
देशों का उदाहरण:
संयुक्त राज्य अमेरिका (USA):
- नॉमिनल जीडीपी: $26.7 ट्रिलियन
- पीपीपी जीडीपी: $76 ट्रिलियन
यह अंतर इस बात को दर्शाता है कि अमेरिका की मुद्रा डॉलर का वैश्विक बाजार में बहुत प्रभाव है, जबकि पीपीपी जीडीपी से यह समायोजित किया जाता है।
भारत:
- नॉमिनल जीडीपी: $3.7 ट्रिलियन
- पीपीपी जीडीपी: $12.8 ट्रिलियन
भारत की पीपीपी जीडीपी यह दिखाती है कि भारत में वस्त्रों और सेवाओं की वास्तविक खरीद शक्ति काफी ज्यादा है, क्योंकि वहां की कीमतें आमतौर पर अमेरिका की तुलना में कम होती हैं।
नॉमिनल जीडीपी और पीपीपी जीडीपी का महत्व:
नॉमिनल जीडीपी का उपयोग अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय बाजार में किया जाता है और यह किसी देश की वास्तविक वैश्विक आर्थिक स्थिति को दर्शाता है।
पीपीपी जीडीपी का उपयोग तब किया जाता है जब हमें विभिन्न देशों के जीवन स्तर और उनके बीच वास्तविक समृद्धि की तुलना करनी होती है। यह देशों के भीतर असमान महंगाई दर और खर्चों के प्रभाव को समायोजित करता है।
नॉमिनल जीडीपी और पीपीपी जीडीपी पर सामान्य प्रश्न (FAQ)
1. नॉमिनल जीडीपी क्या है?
नॉमिनल जीडीपी वह आंकड़ा है, जो किसी देश की अर्थव्यवस्था के कुल उत्पादन और सेवाओं के मूल्य को दर्शाता है। इसे राष्ट्रीय मुद्रा में मापा जाता है और इसमें मुद्रास्फीति या विनिमय दर का असर शामिल होता है।
2. पीपीपी जीडीपी क्या है?
पीपीपी जीडीपी (Purchasing Power Parity GDP) वह आंकड़ा है, जो विभिन्न देशों की मुद्राओं की तुलना करता है, ताकि यह समझा जा सके कि एक समान वस्तु या सेवा को विभिन्न देशों में कितनी कीमत पर खरीदा जा सकता है। यह मुद्रास्फीति और विनिमय दर से प्रभावित नहीं होता है।
3. नॉमिनल जीडीपी और पीपीपी जीडीपी में क्या अंतर है?
- नॉमिनल जीडीपी: यह मुद्रा विनिमय दर और मुद्रास्फीति के प्रभाव से प्रभावित होता है। इसे वर्तमान बाजार कीमतों पर मापा जाता है।
- पीपीपी जीडीपी: इसमें मुद्रास्फीति और विनिमय दर का असर नहीं होता। यह समान वस्तुओं और सेवाओं को विभिन्न देशों में खरीदी क्षमता के आधार पर मापता है।
4. नॉमिनल जीडीपी का उपयोग कहां किया जाता है?
नॉमिनल जीडीपी का उपयोग आमतौर पर वैश्विक आर्थिक प्रदर्शन और विभिन्न देशों की आर्थिक स्थिति की तुलना करने के लिए किया जाता है। यह विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय व्यापार और वित्तीय बाजार में उपयोगी होता है।
5. पीपीपी जीडीपी का उपयोग कहां किया जाता है?
पीपीपी जीडीपी का उपयोग देशों के जीवन स्तर की तुलना करने के लिए किया जाता है। यह दिखाता है कि विभिन्न देशों में समान वस्तुओं और सेवाओं की लागत कितनी है, और यह देशों के बीच वास्तविक आर्थिक स्थिति की तुलना करने में मदद करता है।
6. नॉमिनल जीडीपी के उदाहरण क्या हैं?
कुछ देशों की नॉमिनल जीडीपी के उदाहरण:
- संयुक्त राज्य अमेरिका (USA): $26.7 ट्रिलियन (2023)
- भारत: $3.7 ट्रिलियन (2023)
7. पीपीपी जीडीपी के उदाहरण क्या हैं?
कुछ देशों की पीपीपी जीडीपी के उदाहरण:
- संयुक्त राज्य अमेरिका (USA): $76 ट्रिलियन (2023)
- भारत: $12.8 ट्रिलियन (2023)
8. क्या नॉमिनल जीडीपी और पीपीपी जीडीपी दोनों महत्वपूर्ण होते हैं?
जी हां, दोनों आंकड़े महत्वपूर्ण हैं, लेकिन उनके उपयोग का उद्देश्य अलग-अलग होता है। नॉमिनल जीडीपी वैश्विक आर्थिक आकार को दर्शाता है, जबकि पीपीपी जीडीपी देशों के जीवन स्तर की तुलना करने में मदद करता है।
9. नॉमिनल जीडीपी को कैसे मापा जाता है?
नॉमिनल जीडीपी को वर्तमान बाजार कीमतों पर मापा जाता है, जो किसी देश के घरेलू उत्पाद और सेवाओं के मूल्य को दर्शाता है। इसमें मुद्रास्फीति और मुद्रा विनिमय दर का प्रभाव शामिल होता है।
10. क्या पीपीपी जीडीपी को एक समान मानक पर मापा जाता है?
जी हां, पीपीपी जीडीपी विभिन्न देशों की मुद्राओं को एक समान मानक पर समायोजित करता है, ताकि देशों के बीच समान वस्तुओं और सेवाओं की वास्तविक खरीद क्षमता की तुलना की जा सके।
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