भारतीय रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे संपत्ति की रक्षा के लिए दो प्रमुख बल कार्यरत हैं: रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और राजकीय रेलवे पुलिस (GRP)। ह
आरपीएफ और जीआरपी में क्या होता है अंतर, किसका क्या होता है काम? (RPF Vs GRP)
RPF (Railway Protection Force) – रेलवे सुरक्षा बल
1. किसके अधीन:
भारतीय रेलवे मंत्रालय के अधीन (केंद्रीय सरकार के अंतर्गत)
2. मुख्य कार्य:
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रेलवे संपत्ति (जैसे कि ट्रेनें, स्टेशन, गोदाम आदि) की सुरक्षा करना।
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अवैध गतिविधियों जैसे चोरी, तस्करी, तोड़फोड़ आदि को रोकना।
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यात्रियों को सामान्य सहायता देना (परंतु कानून-व्यवस्था बनाए रखना GRP का काम होता है)।
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टिकट चेकिंग अभियान में टीटीई की सहायता करना।
3. शक्तियाँ:
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रेलवे संपत्ति से संबंधित मामलों में गिरफ्तारी कर सकते हैं।
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अपराधी को GRP को सौंपते हैं, क्योंकि RPF को कानूनी जांच करने की शक्ति नहीं होती।
आरपीएफ (RPF) - रेलवे सुरक्षा बल
RPF, भारतीय रेलवे मंत्रालय के अधीन काम करता है और इसे केंद्रीय सरकार द्वारा नियंत्रित किया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा और संरक्षा है।
RPF का मुख्य कार्य रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा करना है। इसमें ट्रेनों, रेलवे स्टेशनों, माल गोदामों और अन्य रेलवे परिसरों की सुरक्षा शामिल है। इसके अलावा, यह रेलवे पर होने वाली अवैध गतिविधियों जैसे चोरी, तस्करी, तोड़फोड़ आदि को रोकने के लिए काम करता है।
उदाहरण:
मान लीजिए, एक यात्री अपने सामान को ट्रेन में भूल कर चला जाता है। RPF का कर्तव्य है कि वह उस सामान को सुरक्षित रखे और किसी भी चोरी या नुकसान से बचाए। अगर रेलवे स्टेशन पर कोई व्यक्ति ट्रेन के इंजन या अन्य महत्त्वपूर्ण उपकरणों को नुकसान पहुंचाता है, तो RPF उसे पकड़कर रेलवे संपत्ति की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।
RPF को रेलवे संपत्ति से संबंधित मामलों में गिरफ्तारी का अधिकार होता है, लेकिन इसके पास कानूनी जांच या FIR दर्ज करने का अधिकार नहीं होता। RPF अपराधियों को GRP को सौंपता है, जो बाद में कानूनी कार्रवाई करता है।
GRP (Government Railway Police) – राजकीय रेलवे पुलिस
1. किसके अधीन:
राज्य सरकार के पुलिस विभाग के अधीन
2. मुख्य कार्य:
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ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों में कानून-व्यवस्था बनाए रखना।
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यात्रियों से जुड़े अपराधों की जांच करना, जैसे चोरी, मारपीट, बलात्कार, हत्या आदि।
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FIR दर्ज करना, अपराधियों को पकड़ना, चार्जशीट फाइल करना।
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महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
3. शक्तियाँ:
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GRP को थाना, जांच और चार्जशीट फाइल करने का पूरा अधिकार होता है।
जीआरपी (GRP) - राजकीय रेलवे पुलिस
GRP राज्य सरकार के पुलिस विभाग के अधीन काम करता है। यह मुख्य रूप से रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है।
GRP का मुख्य कार्य ट्रेनों और रेलवे स्टेशनों में यात्रियों के बीच होने वाले अपराधों को रोकना और उन्हें सुलझाना है। इसमें चोरी, बलात्कार, हत्या, और अन्य अपराधों की जांच करना शामिल है। इसके अलावा, GRP FIR दर्ज करने, आरोपियों को गिरफ्तार करने, और अभियोजन (prosecution) करने का अधिकार रखता है।
उदाहरण:
अगर किसी यात्री के साथ ट्रेन में लूटपाट होती है या उसे शारीरिक चोट पहुँचाई जाती है, तो GRP उस मामले की जांच करेगा। उदाहरण के लिए, यदि किसी यात्री के पास से किसी ने मोबाइल फोन छीन लिया और भाग गया, तो GRP उस अपराधी की तलाश करेगा, FIR दर्ज करेगा और आरोपी को गिरफ्तार करेगा।
GRP को FIR दर्ज करने, अपराध की जांच करने, और आरोपियों को गिरफ्तार करने का अधिकार है। इसके अलावा, यह न्यायालय में अभियोजन (prosecution) भी करता है।
RPF और GRP में मुख्य अंतर
| पहलू | RPF (रेलवे सुरक्षा बल) | GRP (राजकीय रेलवे पुलिस) |
|---|---|---|
| किसके अधीन | केंद्रीय सरकार (रेल मंत्रालय) | राज्य सरकार (पुलिस विभाग) |
| मुख्य कार्य | रेलवे संपत्ति की सुरक्षा | यात्रियों और कानून-व्यवस्था की सुरक्षा |
| FIR दर्ज करने का अधिकार | ❌ नहीं | ✅ है |
| अपराध की जांच | ❌ नहीं | ✅ है |
| कार्यस्थल | पूरे रेलवे परिसर में | स्टेशन, ट्रेन और यात्री सुरक्षा क्षेत्र |
RPF और GRP का सहयोग
हालांकि RPF और GRP दोनों का कार्यक्षेत्र अलग-अलग होता है, वे दोनों मिलकर रेलवे सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। उदाहरण के तौर पर, यदि RPF को रेलवे स्टेशन पर कोई अवैध गतिविधि मिलती है, तो वे इसे GRP को सूचित करते हैं ताकि GRP उस अपराध की जांच कर सके और आरोपी को गिरफ्तार कर सके। इसी प्रकार, अगर GRP को कोई रेलवे संपत्ति से जुड़ी अवैध गतिविधि मिलती है, तो वे RPF से मदद ले सकते हैं।
RPF और GRP दोनों रेलवे की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
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RPF रेलवे की संपत्ति की सुरक्षा करता है और अवैध गतिविधियों को रोकता है।
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GRP यात्रियों की सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार है।
दोनों बल मिलकर यात्रियों को सुरक्षित यात्रा अनुभव प्रदान करने का काम करते हैं। इनकी भूमिका और कार्यक्षेत्र का भेद हमें यह समझने में मदद करता है कि किस स्थिति में किस बल से सहायता ली जाए।
FAQs
1. आरपीएफ और जीआरपी में क्या अंतर है?
उत्तर:
आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) का मुख्य काम रेलवे संपत्ति (जैसे ट्रेन, स्टेशन, गोदाम) की सुरक्षा करना है, जबकि जीआरपी (राजकीय रेलवे पुलिस) का काम यात्रियों की सुरक्षा और रेलवे स्टेशनों व ट्रेनों में कानून-व्यवस्था बनाए रखना है। आरपीएफ को रेलवे संपत्ति से संबंधित अपराधों की गिरफ्तारी करने का अधिकार होता है, लेकिन जीआरपी को FIR दर्ज करने और अपराध की जांच करने का अधिकार होता है।
2. क्या आरपीएफ और जीआरपी दोनों एक साथ काम करते हैं?
उत्तर:
हाँ, आरपीएफ और जीआरपी दोनों मिलकर काम करते हैं। अगर आरपीएफ को रेलवे स्टेशन पर कोई अवैध गतिविधि मिलती है, तो वे उसे जीआरपी को सूचित करते हैं ताकि जीआरपी उस मामले की जांच कर सके। इसी तरह, यदि जीआरपी को रेलवे संपत्ति से संबंधित कोई समस्या दिखती है, तो वे आरपीएफ से सहायता लेते हैं।
3. आरपीएफ को क्या अधिकार होते हैं?
उत्तर:
आरपीएफ को रेलवे संपत्ति से संबंधित अपराधों में गिरफ्तार करने का अधिकार होता है, लेकिन इसके पास FIR दर्ज करने और जांच करने का अधिकार नहीं होता। ये मामलों को जीआरपी को सौंपते हैं, जो कानूनी कार्रवाई करता है।
4. जीआरपी को क्या अधिकार होते हैं?
उत्तर:
जीआरपी को FIR दर्ज करने, अपराधों की जांच करने, और आरोपियों को गिरफ्तार करने का अधिकार होता है। इसके अलावा, जीआरपी अदालत में अभियोजन (prosecution) भी करती है।
5. आरपीएफ और जीआरपी के काम में किसका दायरा बड़ा होता है?
उत्तर:
आरपीएफ का दायरा रेलवे संपत्ति की सुरक्षा तक सीमित होता है, जबकि जीआरपी का दायरा यात्रियों और कानून-व्यवस्था की सुरक्षा तक होता है। इसलिए जीआरपी का कार्यक्षेत्र आमतौर पर व्यापक होता है, क्योंकि यह यात्रियों से जुड़ी घटनाओं और अपराधों की जांच करती है।
6. अगर ट्रेन में चोरी हो जाए तो कौन मदद करेगा?
उत्तर:
अगर ट्रेन में चोरी होती है, तो इसे जीआरपी को रिपोर्ट करना चाहिए, क्योंकि यह अपराधी की तलाश करने और FIR दर्ज करने का काम जीआरपी का होता है। यदि यह रेलवे संपत्ति से जुड़ा मामला है, तो आरपीएफ भी इसमें मदद कर सकता है।
7. क्या दोनों बलों के अधिकारी एक ही स्थान पर काम करते हैं?
उत्तर:
नहीं, आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारी अलग-अलग क्षेत्रों में काम करते हैं। आरपीएफ मुख्य रूप से रेलवे संपत्ति (जैसे ट्रेनों, माल गोदामों) की सुरक्षा करता है, जबकि जीआरपी रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए काम करता है।
8. क्या जीआरपी को भी रेलवे सुरक्षा बल की तरह ट्रेन में काम करने का अधिकार है?
उत्तर:
जीआरपी को ट्रेन में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और अपराधों की जांच करने का अधिकार है। इसके विपरीत, आरपीएफ का कार्य ट्रेन की सुरक्षा और संपत्ति की रक्षा करना होता है, और यह यात्रियों से संबंधित मामलों में सीधे हस्तक्षेप नहीं करता।
9. क्या RPF और GRP का एक ही उद्देश्य है?
उत्तर:
जी हाँ, दोनों का उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और रेलवे की संपत्ति की रक्षा करना है, लेकिन दोनों बलों के कार्यक्षेत्र और जिम्मेदारियाँ अलग-अलग होती हैं। RPF संपत्ति की सुरक्षा करता है और GRP यात्री सुरक्षा और कानून-व्यवस्था बनाए रखता है।
10. आरपीएफ और जीआरपी के अधिकारी कैसे ट्रेनिंग प्राप्त करते हैं?
उत्तर:
आरपीएफ और जीआरपी दोनों के अधिकारियों को अपनी-अपनी जिम्मेदारियों से संबंधित विशेष प्रशिक्षण प्राप्त होता है। आरपीएफ अधिकारियों को रेलवे संपत्ति की सुरक्षा और संबंधित कानूनी प्रावधानों के बारे में प्रशिक्षण दिया जाता है, जबकि जीआरपी अधिकारियों को अपराध की जांच, FIR दर्ज करने और न्यायालय में अभियोजन के बारे में ट्रेनिंग दी जाती है।


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