हींग (Hing) भारतीय रसोई का एक अत्यंत आवश्यक मसाला है, जो अपने तीव्र स्वाद और सुगंध के लिए जाना जाता है। यह भोजन में तड़का लगाने के लिए उपयोग किया जाता
जानिए हींग को इंग्लिश में क्या कहते हैं ?
हींग (Hing) भारतीय रसोई का एक अत्यंत आवश्यक मसाला है, जो अपने तीव्र स्वाद और सुगंध के लिए जाना जाता है। यह भोजन में तड़का लगाने के लिए उपयोग किया जाता है और आयुर्वेद में भी इसके कई औषधीय गुण बताए गए हैं।
हींग को इंग्लिश में क्या कहते हैं?
हींग को अंग्रेज़ी में "Asafoetida" (उच्चारण: ऐ-स-फो-टी-डा) कहा जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम Ferula assa-foetida है।
अर्थ और व्युत्पत्ति:
"Asafoetida" शब्द लैटिन से लिया गया है, जिसमें "asa" का अर्थ है राल (resin) और "foetida" का अर्थ है दुर्गंध। यानी एक ऐसी राल जिसमें तीव्र गंध हो।
हींग कहां से आती है?
असल में हींग एक पौधे की जड़ से निकाली गई गोंद होती है, जो सूखने के बाद चूर्ण या ठोस रूप में प्रयोग की जाती है। यह पौधा मुख्य रूप से ईरान, अफगानिस्तान और मध्य एशिया में पाया जाता है। भारत में इसका आयात कर उपयोग किया जाता है।
हींग के उपयोग:
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दाल और सब्जियों में तड़का लगाने के लिए
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पेट दर्द और गैस की समस्या में
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आयुर्वेदिक औषधियों में
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पाचन शक्ति बढ़ाने में सहायक
हींग यानी Asafoetida केवल स्वाद ही नहीं, सेहत के लिए भी लाभकारी है। भारतीय व्यंजनों की आत्मा कही जाने वाली हींग को जब आप इंग्लिश में पहचानें, तो याद रखिए – इसका नाम है Asafoetida।
FAQ
HING को इंग्लिश में क्या कहते हैं?
HING को अंग्रेज़ी में Asafoetida कहते हैं।
हींग का उच्चारण इंग्लिश में कैसे किया जाता है?
Asafoetida का उच्चारण होता है: ऐ-स-फो-टी-डा (Asa-foetida)।
Asafoetida का क्या मतलब होता है?
यह लैटिन शब्द है जिसमें "asa" का अर्थ है गोंद या राल और "foetida" का अर्थ है तीव्र गंध। यानी तीव्र गंध वाली राल।
हींग किस पौधे से बनती है?
हींग Ferula नामक पौधे की जड़ों से निकाली गई गोंद से बनती है।
भारत में हींग पैदा होती है या आयात होती है?
भारत में पारंपरिक रूप से हींग पैदा नहीं होती। इसे मुख्य रूप से ईरान और अफगानिस्तान से आयात किया जाता है।
हींग किस-किस चीज में डाली जाती है?
हींग का उपयोग दाल, सब्ज़ी, कढ़ी, चटनी और अन्य मसालों में स्वाद और पाचन के लिए किया जाता है।
क्या हींग के स्वास्थ्य लाभ भी होते हैं?
हाँ, हींग पाचन में सहायक होती है, गैस और पेट दर्द को कम करती है और आयुर्वेद में इसे औषधीय माना गया है।
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