श्रीलंका, जो कभी दक्षिण एशिया का एक उभरता हुआ पर्यटन स्थल और स्थिर अर्थव्यवस्था वाला देश माना जाता था, 2022–23 में गंभीर आर्थिक संकट में फँस गया। इस स
जानिए श्रीलंका का आर्थिक संकट 2022–23 का क्या कारण था
श्रीलंका, जो कभी दक्षिण एशिया का एक उभरता हुआ पर्यटन स्थल और स्थिर अर्थव्यवस्था वाला देश माना जाता था, 2022–23 में गंभीर आर्थिक संकट में फँस गया। इस संकट ने न केवल आम जनता की ज़िंदगी को प्रभावित किया बल्कि विश्वभर में यह उदाहरण बना कि गलत नीतियाँ और कुप्रबंधन किस तरह से एक देश को डूबो सकते हैं।
1. विदेशी ऋण का बोझ
श्रीलंका ने विकास कार्यों और बुनियादी ढाँचे के लिए चीन, भारत और अन्य देशों से भारी-भरकम क़र्ज़ लिया। लेकिन जब इन ऋणों की अदायगी का समय आया, तो विदेशी मुद्रा भंडार लगभग ख़त्म हो चुका था।
2. पर्यटन उद्योग का पतन
कोविड-19 महामारी से पहले श्रीलंका की अर्थव्यवस्था का बड़ा हिस्सा पर्यटन पर निर्भर था। महामारी के दौरान पर्यटक आना बंद हो गए और विदेशी मुद्रा की आमदनी अचानक घट गई।
3. आयात पर अत्यधिक निर्भरता
श्रीलंका अपनी ज़रूरत की चीज़ें – ईंधन, दवाइयाँ, खाद्य सामग्री – का बड़ा हिस्सा बाहर से आयात करता था। विदेशी मुद्रा की कमी के कारण आयात रुक गया और देश में आवश्यक वस्तुओं की भारी कमी हो गई।
4. कृषि नीति की विफलता
सरकार ने अचानक देश को पूरी तरह ऑर्गेनिक खेती की ओर मोड़ दिया और रासायनिक खादों पर प्रतिबंध लगा दिया। परिणामस्वरूप कृषि उत्पादन तेजी से घटा और खाद्य संकट और गहरा गया।
5. महँगाई और बेरोज़गारी
आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छूने लगीं। पेट्रोल–डीज़ल तक घंटों लाइन लगाकर भी नहीं मिल पाता था। इस महँगाई और बेरोज़गारी ने जनता का जीवन नरक बना दिया।
6. राजनीतिक असंतोष और विरोध प्रदर्शन
2022–23 में जनता का ग़ुस्सा फूट पड़ा। बड़े पैमाने पर प्रदर्शन हुए, संसद भवन और राष्ट्रपति भवन तक पर भीड़ ने कब्ज़ा कर लिया। अंततः राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को देश छोड़कर भागना पड़ा।
श्रीलंका का संकट केवल बाहरी कारणों (कोविड, वैश्विक महँगाई) का परिणाम नहीं था, बल्कि सबसे बड़ी वजह थी आर्थिक कुप्रबंधन, गलत नीतियाँ और ऋण पर अत्यधिक निर्भरता। यह उदाहरण है कि यदि कोई देश केवल कर्ज़ और अस्थायी उपायों पर चलता है, तो अचानक गिरावट आ सकती है।
FAQ
प्रश्न 1: श्रीलंका का आर्थिक संकट कब शुरू हुआ?
यह संकट 2022 में गहराया और 2023 तक इसका असर जारी रहा।
प्रश्न 2: श्रीलंका के आर्थिक संकट का मुख्य कारण क्या था?
मुख्य कारण थे – विदेशी कर्ज़ पर अत्यधिक निर्भरता, पर्यटन उद्योग का पतन, और आर्थिक कुप्रबंधन।
प्रश्न 3: सरकार की कौन-सी नीति सबसे बड़ी गलती साबित हुई?
सरकार ने अचानक रासायनिक खाद पर प्रतिबंध लगाकर पूरी तरह ऑर्गेनिक खेती लागू करने की कोशिश की, जिससे कृषि उत्पादन घटा और खाद्य संकट पैदा हो गया।
प्रश्न 4: विदेशी मुद्रा संकट क्यों आया?
पर्यटन बंद होने और निर्यात घटने से विदेशी मुद्रा की आमदनी रुक गई, जबकि आयात की ज़रूरतें जारी रहीं। इससे विदेशी मुद्रा भंडार खाली हो गया।
प्रश्न 5: इस संकट का जनता पर क्या असर पड़ा?
जनता को ईंधन, दवाइयाँ और खाद्य सामग्री के लिए घंटों लाइन लगानी पड़ी। महँगाई और बेरोज़गारी चरम पर पहुँच गई।
प्रश्न 6: राजनीतिक स्तर पर क्या हुआ?
जनता के ग़ुस्से के चलते राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को देश छोड़कर भागना पड़ा और सरकार बदलनी पड़ी।
प्रश्न 7: क्या अब श्रीलंका की स्थिति सुधर रही है?
हाँ, लेकिन अभी भी श्रीलंका IMF और विदेशी मदद पर निर्भर है। सुधार धीरे-धीरे हो रहा है।
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