नेपाल सरकार ने अगस्त 2025 में लगभग 26 प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म—जिनमें Facebook, YouTube, Instagram, WhatsApp, X (पूर्व में ट्विटर), Reddit, Link
जानिए नेपाल में फेसबुक और यूट्यूब पर प्रतिबंध: सरकार ने क्या कारण बताया?
नेपाल सरकार ने अगस्त 2025 में लगभग 26 प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म—जिनमें Facebook, YouTube, Instagram, WhatsApp, X (पूर्व में ट्विटर), Reddit, LinkedIn आदि शामिल हैं—के लिए स्थानीय पंजीकरण की बाध्यता लागू की। कंपनियों को 28 अगस्त से सात दिनों में नेपाल की सूचना और संचार प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MoCIT) में रजिस्टर करने, देश में संपर्क अधिकारी नियुक्त करने, और शिकायत निवारण प्रणाली स्थापित करने का निर्देश दिया गया था।
इन कंपनियों—Meta (Facebook, Instagram, WhatsApp), Alphabet (YouTube), X, Reddit, LinkedIn—ने निर्धारित समय सीमा तक पंजीकरण नहीं कराया। परिणामस्वरूप, नेपाल दूरसंचार प्राधिकरण (NTA) ने उन्हें बंद करने का निर्देश जारी किया।
जिन प्लेटफ़ॉर्म्स ने अनुपालन किया वे चालू हैं
कुछ चीनी या अन्य प्लेटफ़ॉर्म्स जैसे TikTok, Viber, WeTalk, Nimbuzz, Poppo Live पहले ही पंजीकृत थे या नियमों का पालन कर चुके हैं, इसलिए उन पर प्रतिबंध नहीं लगा।
उद्देश्य—नियमन, जवाबदेही, और सुरक्षा
सरकार का तर्क है कि यह कदम साइबर अपराध, गलत सूचना, और सामाजिक सौहार्द्र को प्रभावित करने वाले कंटेंट को नियंत्रित करने, डिजिटल सुरक्षा बनाए रखने और प्लेटफॉर्म्स को स्थानीय नियमों के तहत जवाबदेह बनाने के लिए आवश्यक था।
आलोचना और लोकतंत्र पर प्रभाव
इस फैसले को आलोचकों और मानवाधिकार संगठनों ने मीडिया स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, और सूचना तक पहुंच के लिए गंभीर खतरा बताया। प्रेस स्वतंत्रता समूहों ने कहा कि यह निर्णय पत्रकारिता और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को बाधित कर सकता है।
नेपाल की पत्रकार संघ (FNJ) ने इसे प्रेस स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया, और नेपाल मानवाधिकार आयोग ने भी समीक्षा की मांग की।
अस्थायी प्रतिबंध और वापसी संभव
सरकार ने स्पष्ट किया कि यह प्रतिबंध स्थायी नहीं है। अगर कंपनियाँ स्थानीय नियमों के अनुसार पंजीकरण कर लेती हैं, तो उन्हें "उसी दिन वापस चालू" कर दिया जाएगा।
सारांश (तालिका दृष्टिकोण)
प्रश्न |
उत्तर |
क्यों प्रतिबंध लगा? |
प्लेटफ़ॉर्म्स ने नेपाल में पंजीकरण और
स्थानीय प्रतिनिधि न लगाने के कारण |
आदेश का आधार क्या है? |
2023 के सोशल मीडिया ऑपरेशन दिशानिर्देश (Social Media Operation Guidelines 2080) और सुप्रीम कोर्ट निर्देश |
परिवर्तन की संभावना है? |
हाँ, कंपनियां
पंजीकरण कर मामले में पुनः अनुमति प्राप्त कर सकती हैं |
लोकतांत्रिक प्रभाव क्या हैं? |
प्रेस और अभिव्यक्ति स्वतंत्रता
प्रभावित, आलोचना बढ़ी है |
FAQ
प्रश्न: नेपाल में फेसबुक और यूट्यूब क्यों बंद हुए?
उत्तर: क्योंकि इन कंपनियों ने नेपाल सरकार के अनिवार्य स्थानीय पंजीकरण और प्रतिनिधि नियुक्त करने के नियमों का पालन नहीं किया।
प्रश्न: किन-किन प्लेटफ़ॉर्म्स पर प्रतिबंध लगाया गया है?
उत्तर: Meta के सभी प्लेटफ़ॉर्म (Facebook, Instagram, WhatsApp), YouTube, X (ट्विटर), Reddit, LinkedIn सहित लगभग 26 बड़े सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर।
प्रश्न: किन ऐप्स पर प्रतिबंध नहीं है?
उत्तर: TikTok, Viber, WeTalk, Nimbuzz, Poppo Live जैसे प्लेटफ़ॉर्म, क्योंकि ये पहले ही नेपाल में पंजीकृत हैं।
प्रश्न: यह प्रतिबंध स्थायी है या अस्थायी?
उत्तर: यह अस्थायी है। कंपनियां अगर पंजीकरण कर लें तो सेवाएं तुरंत बहाल की जा सकती हैं।
प्रश्न: क्या यह कदम लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के खिलाफ है?
उत्तर: आलोचकों और मानवाधिकार संगठनों का मानना है कि यह कदम मीडिया स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की आज़ादी को नुकसान पहुँचा सकता है।
प्रश्न: इस नियम का उद्देश्य क्या है?
उत्तर: साइबर अपराध, गलत सूचना और हानिकारक कंटेंट पर नियंत्रण, डिजिटल सुरक्षा सुनिश्चित करना, और कंपनियों को स्थानीय रूप से जवाबदेह बनाना।
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