हम सभी ने कभी न कभी शरीर के किसी हिस्से — जैसे हाथ, पैर, उंगलियों या चेहरे — में झनझनाहट, सुन्नपन या चुभन जैसी अनुभूति महसूस की होगी। कई बार यह कुछ मि
जानिए शरीर में होने वाली झनझनाहट (Tingling) के पीछे का कारण
हम सभी ने कभी न कभी शरीर के किसी हिस्से — जैसे हाथ, पैर, उंगलियों या चेहरे — में झनझनाहट, सुन्नपन या चुभन जैसी अनुभूति महसूस की होगी। कई बार यह कुछ मिनटों में ठीक हो जाती है, परंतु यदि यह बार-बार होती है या लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह शरीर में किसी नस या रक्त संचार से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि शरीर में झनझनाहट क्यों होती है, कौन-सी नसें इसके लिए जिम्मेदार होती हैं, इसका संबंध रक्त धमनियों से कैसे है, और इसके संभावित कारण क्या हो सकते हैं।
1. झनझनाहट क्या है?
झनझनाहट (Tingling) का अर्थ है शरीर के किसी हिस्से में “pins and needles” जैसी अनुभूति होना। यह तब होती है जब नसों के माध्यम से मस्तिष्क तक जाने वाले संवेदन संकेत (sensory signals) में रुकावट, दबाव या गड़बड़ी आ जाती है। सामान्य स्थिति में हमारे नसों के माध्यम से मस्तिष्क तक निरंतर विद्युत संकेत (electrical impulses) जाते हैं। जब ये संकेत सही तरीके से नहीं पहुंचते, तो हमें झनझनाहट, सुन्नपन या जलन का एहसास होता है।
2. नसें और उनका कार्य
हमारे शरीर की नसें (Nerves) एक जटिल नेटवर्क बनाती हैं जो मस्तिष्क और शरीर के हर हिस्से के बीच संचार करती हैं। इनका मुख्य कार्य दो प्रकार का होता है —
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संवेदी नसें (Sensory Nerves) – ये त्वचा, मांसपेशियों और अंगों से जानकारी लेकर मस्तिष्क तक भेजती हैं (जैसे स्पर्श, तापमान या दर्द)।
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मोटर नसें (Motor Nerves) – ये मस्तिष्क से आदेश लेकर शरीर के अंगों और मांसपेशियों को संचालित करती हैं।
जब किसी कारण से संवेदी नसों पर दबाव पड़ता है या उनमें रक्त की कमी होती है, तो झनझनाहट की भावना उत्पन्न होती है।
3. रक्त धमनियाँ और नसों का संबंध
नसें और रक्त धमनियाँ (Arteries) एक-दूसरे से जुड़ी रहती हैं।
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धमनियाँ (Arteries) नसों को ऑक्सीजन और पोषण पहुँचाती हैं।
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छोटी रक्त वाहिकाएँ (Vasa Nervorum) सीधे नसों के अंदर तक जाती हैं और उन्हें ऊर्जा देती हैं।
यदि किसी कारण से रक्त प्रवाह कम हो जाए (जैसे लंबे समय तक दबाव, चोट या मधुमेह), तो नसों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती और वे “irritable” यानी संवेदनशील हो जाती हैं — परिणामस्वरूप झनझनाहट या सुन्नपन होता है।
4. झनझनाहट के प्रमुख कारण
(क) नस पर दबाव या पिन्चिंग (Nerve Compression)
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जब किसी नस पर लगातार दबाव पड़ता है, तो वह अपने संकेत सही से नहीं भेज पाती।
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उदाहरण:
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Median Nerve Compression → हाथ की अंगुलियों में झनझनाहट (Carpal Tunnel Syndrome)।
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Ulnar Nerve Compression → छोटी उंगली और रिंग फिंगर में झनझनाहट।
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Radial Nerve Compression → हाथ के पिछले भाग या अंगूठे में सुन्नपन।
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(ख) गर्दन या रीढ़ की हड्डी से जुड़ी समस्या
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Cervical Disc Herniation (गर्दन की डिस्क फिसलना) या Spinal Compression के कारण नसें दब जाती हैं।
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यह दबाव मस्तिष्क से हाथों तक जाने वाले संकेतों में रुकावट डालता है।
(ग) ब्लड फ्लो की कमी
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कभी-कभी लंबे समय तक एक ही स्थिति में बैठने या सोने से रक्त प्रवाह रुक जाता है।
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नसों को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती और अस्थायी झनझनाहट होती है।
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यह कुछ मिनटों में सामान्य हो जाती है।
(घ) विटामिन की कमी
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विटामिन B12, B6 या फोलेट की कमी से नसों की सुरक्षा परत (Myelin sheath) कमजोर हो जाती है।
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इससे विद्युत संकेत अस्थिर हो जाते हैं और झनझनाहट बढ़ती है।
(ङ) मधुमेह (Diabetes)
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लंबे समय तक अनियंत्रित शुगर स्तर नसों को नुकसान पहुंचाता है — इसे Diabetic Neuropathy कहते हैं।
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इसमें पैरों और हाथों में झनझनाहट, जलन या सुन्नपन महसूस होता है।
(च) थायरॉयड या अन्य रोग
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Hypothyroidism, किडनी या लिवर की खराबी, संक्रमण या ऑटोइम्यून रोग (जैसे Guillain-Barré Syndrome) भी नसों को प्रभावित कर सकते हैं।
5. कौन-सी नसें सबसे अधिक प्रभावित होती हैं
(1) Median Nerve
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स्थान: कलाई के बीच से गुजरती है।
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झनझनाहट: अंगूठा, तर्जनी (index), मध्यमा (middle) और आधी रिंग फिंगर।
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रोग: Carpal Tunnel Syndrome।
(2) Ulnar Nerve
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स्थान: कोहनी के अंदरूनी भाग (funny bone) से गुजरती है।
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झनझनाहट: छोटी उंगली और आधी रिंग फिंगर।
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रोग: Cubital Tunnel Syndrome।
(3) Radial Nerve
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स्थान: हाथ के पीछे और अंगूठे की ओर।
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झनझनाहट: हाथ के पीछे के हिस्से और अंगूठे में।
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रोग: Radial Nerve Palsy।
(4) Sciatic Nerve (पैरों में)
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यदि यह दब जाए तो पैरों में सुन्नपन या झनझनाहट होती है — जिसे Sciatica कहा जाता है।
6. झनझनाहट और रक्त संचार का आपसी संबंध
नसें रक्त वाहिकाओं के बहुत करीब होती हैं।
जब नस दबती है, तो उसके अंदर की छोटी रक्त वाहिकाएँ (vasa nervorum) भी संकुचित हो जाती हैं।
इससे नस को मिलने वाला रक्त कम हो जाता है, ऑक्सीजन की कमी होती है, और नस की कार्यक्षमता घटती है — परिणामस्वरूप झनझनाहट और दर्द दोनों हो सकते हैं।
7. कब यह सामान्य है और कब नहीं
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स्थिति |
कारण |
समाधान |
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कुछ मिनटों की झनझनाहट |
हाथ/पैर दब जाने से रक्त प्रवाह रुकना |
स्थिति बदलें, हल्का मसाज करें |
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बार-बार झनझनाहट |
नस पर दबाव या विटामिन की कमी |
चिकित्सक से जाँच करवाएँ |
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लगातार झनझनाहट + कमजोरी |
नस या रीढ़ की समस्या |
न्यूरोलॉजिस्ट से संपर्क करें |
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झनझनाहट + सुन्नपन + जलन |
मधुमेह या गंभीर नर्व डैमेज |
ब्लड शुगर, विटामिन और EMG टेस्ट करवाएँ |
8. सावधानी और उपचार
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सही मुद्रा में बैठें और सोएँ।
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लंबे समय तक एक ही स्थिति में न रहें।
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विटामिन B12 और B6 युक्त आहार लें — जैसे दूध, दही, अंडा, और साबुत अनाज।
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मधुमेह और थायरॉयड को नियंत्रण में रखें।
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यदि झनझनाहट लंबे समय तक बनी रहे, तो न्यूरोलॉजिस्ट से सलाह लें।
शरीर में झनझनाहट केवल “हल्की समस्या” नहीं होती, बल्कि यह नसों की कार्यक्षमता में गड़बड़ी या रक्त संचार में कमी का संकेत हो सकती है।
अधिकांश मामलों में इसका कारण नसों पर दबाव, विटामिन की कमी या मधुमेह से जुड़ी नस क्षति होता है।
नसें और रक्त धमनियाँ दोनों एक साथ काम करती हैं — नसें संकेत भेजती हैं, और धमनियाँ उन्हें ऊर्जा देती हैं।
यदि इनमें से किसी एक में भी बाधा आती है, तो शरीर “चेतावनी संकेत” के रूप में झनझनाहट महसूस करता है।
इसलिए, समय पर जाँच, संतुलित आहार, व्यायाम और सही मुद्रा अपनाकर इस समस्या को रोका और नियंत्रित किया जा सकता है।
FAQ
प्रश्न 1: शरीर में झनझनाहट किस वजह से होती है?
झनझनाहट आमतौर पर नसों के दबाव, विटामिन की कमी, या रक्त संचार में कमी के कारण होती है। यह संकेत है कि नसें सही से संकेत नहीं भेज पा रही हैं।
प्रश्न 2: कौन-सी नसें झनझनाहट के लिए जिम्मेदार होती हैं?
मुख्य रूप से Median, Ulnar, Radial (हाथों में) और Sciatic nerve (पैरों में) झनझनाहट के लिए जिम्मेदार होती हैं।
प्रश्न 3: क्या झनझनाहट केवल रक्त संचार की कमी से होती है?
नहीं। अस्थायी झनझनाहट रक्त संचार रुकने से हो सकती है, लेकिन लगातार झनझनाहट नसों की समस्या का संकेत देती है।
प्रश्न 4: अगर झनझनाहट बिना हाथ दबाए होती है तो कारण क्या हो सकता है?
ऐसे में कारण हो सकता है — गर्दन या रीढ़ की नस पर दबाव, विटामिन B12 की कमी, थायरॉयड समस्या, या डायबिटिक न्यूरोपैथी।
प्रश्न 5: क्या झनझनाहट खतरनाक होती है?
कभी-कभी यह सामान्य होती है, लेकिन अगर यह बार-बार या लगातार बनी रहे, तो यह नसों या रक्त संचार में गड़बड़ी का लक्षण हो सकता है।
प्रश्न 6: झनझनाहट किन हिस्सों में होती है?
यह हाथ, पैर, उंगलियाँ, चेहरा या पीठ में हो सकती है — यह इस बात पर निर्भर करता है कि कौन-सी नस प्रभावित है।
प्रश्न 7: झनझनाहट से राहत कैसे पाई जा सकती है?
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सही मुद्रा में बैठें
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हल्का व्यायाम करें
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विटामिन B12 व B6 युक्त आहार लें
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शुगर व थायरॉयड की जाँच करवाएँ
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लगातार झनझनाहट पर डॉक्टर से परामर्श लें
प्रश्न 8: कौन-से टेस्ट झनझनाहट के कारण पता करने में मदद करते हैं?
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Nerve conduction test (NCV)
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MRI (गर्दन या रीढ़ की जाँच के लिए)
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Blood test (Vitamin B12, शुगर, थायरॉयड)
प्रश्न 9: क्या झनझनाहट पूरी तरह ठीक हो सकती है?
यदि कारण समय पर पहचान लिया जाए — जैसे विटामिन की कमी या नस पर दबाव — तो झनझनाहट पूरी तरह ठीक हो सकती है।
प्रश्न 10: कब डॉक्टर के पास जाना चाहिए?
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झनझनाहट लगातार बनी रहे
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हाथ या पैर में कमजोरी हो
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चलने या पकड़ने में कठिनाई हो
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सुन्नपन के साथ दर्द या जलन भी महसूस हो


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