दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां प्राकृतिक वन क्षेत्र बेहद विशाल है, लेकिन एक देश ऐसा है जिसे विशेष रूप से ‘Land of Forests’ (जंगलों की भूमि) कहा जाता ह
जानिए किस देश को कहा जाता है ‘जंगलों की भूमि’?
दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां प्राकृतिक वन क्षेत्र बेहद विशाल है, लेकिन एक देश ऐसा है जिसे विशेष रूप से ‘Land of Forests’ (जंगलों की भूमि) कहा जाता है—और वह देश है सुरिनाम (Suriname)। दक्षिण अमेरिका में स्थित सुरिनाम अपनी घनी हरियाली, उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों और 90% से अधिक वनक्षेत्र के कारण विश्वभर में प्रसिद्ध है। इस लेख में हम जानेंगे कि सुरिनाम को ‘जंगलों की भूमि’ क्यों कहा जाता है और इसकी क्या खासियत है।
सुरिनाम: ‘जंगलों की भूमि’ क्यों कहलाता है?
1. देश का 90% से अधिक हिस्सा जंगलों से ढका
सुरिनाम पृथ्वी का वह देश है जिसके कुल भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 93% हिस्सा जंगलों से ढका हुआ है।
यह अनुपात दुनिया के सभी देशों में सबसे अधिक है।
2. दुनिया के सबसे बड़े रेनफॉरेस्ट का हिस्सा
सुरिनाम का अधिकांश वन क्षेत्र अमेज़न वर्षावन (Amazon Rainforest) का हिस्सा है, जो पृथ्वी का सबसे बड़ा उष्णकटिबंधीय वन है।
3. जैव विविधता (Biodiversity) का खज़ाना
यह देश हजारों प्रकार के पौधों, पक्षियों, प्राणियों और कीटों से समृद्ध है। वैज्ञानिकों ने यहां कई ऐसी प्रजातियाँ पाई हैं जो दुनिया में कहीं और नहीं मिलतीं।
4. जनसंख्या कम, प्रकृति अधिक
सुरिनाम की जनसंख्या बहुत कम है, जिसके कारण वन क्षेत्र लगभग अ untouched (अछूता) और प्राकृतिक रूप में संरक्षित है।
सुरिनाम कहाँ स्थित है?
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महाद्वीप: दक्षिण अमेरिका
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पड़ोसी देश: गुयाना, फ़्रेंच गयाना, ब्राज़ील
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राजधानी: पारामारिबो (Paramaribo)
सुरिनाम दक्षिण अमेरिका का सबसे छोटा देश है, लेकिन प्राकृतिक दृष्टि से बेहद समृद्ध माना जाता है।
सुरिनाम के जंगलों की प्रमुख विशेषताएँ
1. उष्णकटिबंधीय वर्षावन
यहां सालभर बारिश होती है और घने वन क्षेत्र पूरे देश को आच्छादित करते हैं।
2. अमेज़न जैसा पारिस्थितिकी तंत्र
बहुत से वैज्ञानिक अध्ययन बताते हैं कि सुरिनाम के जंगल पर्यावरण संतुलन में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
3. स्वच्छ और सुरक्षित पर्यावरण
सुरिनाम दुनिया के सबसे पर्यावरण-अनुकूल देशों में गिना जाता है जहाँ प्रदूषण बेहद कम है।
क्या भारत में भी बहुत जंगल हैं?
भारत भी वन क्षेत्र के मामले में समृद्ध है और दुनिया के टॉप-10 देशों में शामिल है।
भारत के कुल क्षेत्रफल का लगभग 24% हिस्सा वन क्षेत्र है, लेकिन यह अनुपात सुरिनाम की तुलना में काफी कम है।
‘जंगलों की भूमि’ का खिताब सुरिनाम को उसके विशाल, संरक्षित और प्राकृतिक वन क्षेत्रों के कारण मिला है। यह देश न केवल पृथ्वी की हरियाली का प्रतीक है बल्कि पर्यावरण संरक्षण का एक उत्कृष्ट उदाहरण भी है। आज पूरे विश्व में सुरिनाम को उसके हरे-भरे जंगलों, स्वच्छ वातावरण और समृद्ध जैव विविधता के लिए जाना जाता है।
FAQ
1. किस देश को ‘जंगलों की भूमि’ कहा जाता है?
‘जंगलों की भूमि’ का खिताब सुरिनाम (Suriname) को दिया जाता है।
2. सुरिनाम को जंगलों की भूमि क्यों कहा जाता है?
क्योंकि सुरिनाम के कुल भूभाग का लगभग 93% हिस्सा घने जंगलों से ढका हुआ है, जो दुनिया में सबसे अधिक है।
3. सुरिनाम किस महाद्वीप में स्थित है?
सुरिनाम दक्षिण अमेरिका में स्थित है।
4. सुरिनाम के जंगल किस प्रकार के हैं?
मुख्यतः उष्णकटिबंधीय वर्षावन (Tropical Rainforests) हैं, जो अमेज़न रेनफॉरेस्ट का हिस्सा हैं।
5. सुरिनाम की राजधानी क्या है?
सुरिनाम की राजधानी पारामारिबो (Paramaribo) है।
6. क्या भारत को भी जंगलों का देश कहा जा सकता है?
भारत में लगभग 24% वन क्षेत्र है, जो काफी बड़ा है, लेकिन यह प्रतिशत सुरिनाम की तुलना में बहुत कम है। इसलिए भारत को ‘जंगलों की भूमि’ नहीं कहा जाता।
7. क्या सुरिनाम में जैव विविधता अधिक है?
हाँ, सुरिनाम में हजारों दुर्लभ पौधे, पक्षी और वन्यजीव पाए जाते हैं, जिससे यह जैव विविधता का केंद्र माना जाता है।
8. सुरिनाम की जनसंख्या कितनी है?
सुरिनाम की जनसंख्या लगभग 6–7 लाख है, इसलिए प्राकृतिक क्षेत्र अधिकतर अछूता और संरक्षित है।
9. क्या सुरिनाम पर्यावरण-अनुकूल देश है?
हाँ, यहां प्रदूषण बहुत कम है और वन संरक्षण कानून बहुत मजबूत हैं।
10. क्या मैं सुरिनाम के जंगलों पर विस्तृत लेख या प्रेजेंटेशन भी प्राप्त कर सकता हूँ?
हाँ, यदि आप चाहें तो मैं इस विषय पर विस्तृत रिपोर्ट, प्रेजेंटेशन या तुलना चार्ट भी तैयार कर सकता हूँ।


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