2012 में रिलीज़ हुई उनकी फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ ने उन्हें रातों रात भोजपुरी फिल्मों का सुपर स्टार बना दिया इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा उ
खेसारी लाल यादव जीवनी | खेसारी लाल यादव के गाने | Khesari Lal Yadav biography in hindi | Khesari Lal Yadav Songs
खेसारी लाल के फिल्मी सफर पर नज़र डाले तो उनका सफर बेहद संघर्षपूर्ण रहा है, कदम कदम पर उन्हे अनेकों मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होने कभी हार नही मानी।
खेसारी लाल ने साल 2011 में आई भोजपूरी फिल्म साजन चले ससुराल से अपने सफर कि शुरूआत की थी और उनके पहले संगीत एलबम का नाम था माल भेटे मेले में।
खेसारी ने संगीत के ज़रिए अपना सफर शुरू किया और उनके गाने लोगो को इतने पसंद आने लगे कि वह अक्सर लोगों कि ज़ुबान पर रहते थे। दर्शकों और चाहनेवालों से मिल रहे इसी प्यार कि वजह से फिल्म निर्माताओं ने उन्हे अपनी फिल्म में अभिनय करने का मौका दिया।
खेसारी लाल यादव के गाने
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खेसारी लाल को बस इसी मौके कि तलाश थी और इसके बाद अपनी मेहनत के दम पर उन्होने फिल्मो और संगीत कि दुनिया में एक मुकाम हासिल किया और अपनी एक अलग पहचान बना ली। आज खेसारी के इतने चाहनेवाले हैं कि उनकि फिल्म आने पर थिएटर में पहले से ही भीड़ लग जाती है और उनकि ज्यादातर फिल्मे हिट होती हैं।
जन्म 6th March, 1986
हाइट 5’7 feet Inch
वेट 78 Kg
उम्र 33 years
भोजपूरी अभिनेता खेसारी लाल यादव भोजपूरी फिल्म इंडस्ट्री के उन सितारो में से एक हैं जो देर से चमके लेकिन उनकि चमक लोग भूल नही पाएंगे, अभिनेता होने के साथ ही वह एक लाजवाब गायक भी हैं। आँखो में बहुत से सपने लिए यह अभिनेता भी अपनी मेहनत के दम पर फिल्मो में एक मुकाम हासिल करने आए थे और किया भी।
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31 वर्ष के खेसारी लाल यादव का जन्म बिहार के छपरा जिले में हुआ था लेकिन वह उनका निवास स्थान नही है। खेसारी लाल के माता पिता और उनके भाई बहन का नाम तो किसी को भी ज्ञात नही है लेकिन इतना पता है कि वह एक किसान के बेटे है।
खेसारी लाल के पसंद नापसंद कि बात करे तो उन्हे बिहारी खाना बहुत पसंद है। उन्हे गाने गाना और ड़ांस करना भी पसंद है, वह अपने खाली समय में गाने सुनते हैं और अपने परिवार के साथ वक्त बिताते हैं।
अपने अभिनय से ज्यादा वह अपने गानों को पसंद करते है क्योंकि अपने गानो के दम पर ही वह आज इतना नाम कमा पाए हैं और उनका कहना है कि वह अपनी गायकी कभी नही छोड़ेंगे।

इस पूरे सफर के दौरान खेसारी लाल का नाम भोजपूरी कि जानी मानी अदाकारा काजल राघवानी के साथ जोड़ा गया। यह अफवाह काफी चर्चा में थी कि खेसारी और काजल एक दूसरे के साथ प्रेम संबंध में है और यह खबर तब आ रही थी जब खेसारी पहले से ही शादी-शुदा थे।
इन अफवाहों के बाद उन्होने सबके सामने इस बात को साफ कर दिया था कि उनके और काजल के बीच किसी भी तरह का कोई संबंध नही है। खेसारी एक लाजवाब अभिनेता हैं और जल्द ही हमें उनकि कुछ और बेहतरीन फिल्में देखने को मिलेंगी।
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खेसारी लाल के निजी ज़िदगी कि बात करे तो वह बेहद ही सरल स्वभाव के इंसान है। अपने संघर्ष के दिनो में वह छोटे छोटे समारोह में गा कर और ड़ांस करके अपना खर्चा चलाते थे लेकिन इतनी मुश्किल घड़ी में भी उन्होने हार नही मानी और आगे बढ़ते गए।
खेसारी लाल विवाहित हैं लेकिन उनकि पत्नी का नाम किसी को भी ज्ञात नही है,
उनके दो बच्चे है एक बेटा और बेटी है और उनका नाम भी किसी को नही पता। पहले या तो वह किसी फिल्म में गाना गाते थे या केवल अभिनय करते थे लेकिन अब वह अपनी ज्यादातर फिल्मो के गाने भी खुद ही गाते हैं। उन्हे कई अवॉर्ड से सम्मानित भी किया गया है।
खेसारी लाल ने साबित किया है कि चाहे कितनी भी मुश्किलें हो लेकिन अगर आप हार नही मानते हो तो एक दिन आपको मंज़िल ज़रूर मिलेगी।
खेसारी लाल यादव की फिल्म
हथकड़ी
हीरो नंबर 1
बंधन
इन्तेक़ाम
खिलाड़ी
साजन चले ससुराल
दबंग आशिक
ज्वाला
दिलवाला
मेहँदी लगा के रखना
साजन चले ससुराल
जान तेरे नाम
नागीन
दिल ले गई ओढनिया वाली
लहू के क्या रंग
हवा मेरे उड़ता जाए मेरा लाल दुपट्टा मलमल का
सपूत
देवरा पे मानवा डोल
दूध का कर्ज़
संसार
तेरे कसम
एक बलमा बिहार वाला
प्यार झुकता नहीं
जान तेरे नाम
दिल ले गई ओढनिया वाली
प्रतिज्ञा 2
बेताब
छपरा एक्सप्रेस
खून भरी माँग
चरणों की सौगंध
सोला और सबनम
जो जीता वोही सिकंदर
जानेमन
खेसारी लाल यादव से जुड़ी कुछ खास बाते
अपने संघर्ष के दिनों के दौरान, वह बिहार में स्थानीय विवाह समारोहों में एक गायक और नर्तक के रूप में प्रदर्शन करते थे। उन्होंने वर्ष 2011 में भोजपुरी फिल्म “साजन चले ससुराल” के साथ अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी।
एक अभिनेता होने के साथ साथ संगीत के क्षेत्र में उन्होंने कई भोजपुरी संगीत एल्बमों में अपनी आवाज दी है। जैसे :- पियावा गई री हमार सऊदी री भोजी, सैय्या अरब गईल ना, सैय्या आईबा की ना आईबा, लेहंगा मे मीटर, प्यार मंगे लूंगी बिछाके, लागा के माछर दानी रजऊ इत्यादि।
2012 में रिलीज़ हुई उनकी फिल्म ‘साजन चले ससुराल’ ने उन्हें रातों रात भोजपुरी फिल्मों का सुपर स्टार बना दिया इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा उन्होंने पवन सिंह ,दिनेश लाल जैसे कई बड़े अभिनेताओं के साथ काम भी किया है ,
संत कबीर नगर के जखिनियाँ , मेंहदूपार गाव में उनके इस कठिन मेंहनत की सरहना हुई व उनकी फिल्म “साजन चले ससुराल “” बहुत ही हिट रहा|

वहीं से उनकी कामयाबी ने सोर मचा दिया|और पूरे गाँव के लोगो ने उनके फिल्म को माँ लेहडा़ वाली सें हिट होने की कामना किए | खेसारी जी को भोजपुरी गायकी की हर विधा में महारत हासिल है।
खेसारी लाल भोजपुरी फिल्मों और एल्बम के अलावा स्टेज शो भी करते हैं उनके स्टेज शो में बड़ी संख्या में दर्शक रहते हैं, खास कर बिहार और झारखण्ड में। ऐसा सुनने में आया हैं की खेसारी यहां एक शो के लिए करीब 10 लाख रुपए तक चार्ज करते हैं।
आज खेसारी लाल यादव भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री एक चमकता हुआ सितारा हैं और हर साल उनकी फिल्में सबसे ज्यादा हिट होती हैं। उनके भोजपुरी एल्बम को भी दर्शक और श्रोता हाथो हाथ लेते है। खेसारी के भोजपुरी एल्बम होली पे, सावन पे, दशहरा आदि अवसरों पे जरूर निकलते हैं।।
खेसारी लाल यादव भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सुपर स्टार हैं, परदे पर खेसारी और काजल राघवानी की केमेस्ट्री दर्शको को खूब पसंद आती हैं और दोनों ने मिल कर भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को एक से बढ़ एक सुपरहिट फिल्में और गाने दिये हैं।
दिल्ली में काम के दौरान उनकी शादी हो गई थी। इसके बाद लिट्टी के दुकान पर उनके काम में पत्नी भी हेल्प करतीं थीं। उन्होंने बताया कि इस दौरान वे सरकारी नौकरी की तैयारी में भी लगे थे। करीब ढाई साल के बाद खेसारी का चयन बीएसएफ में हो गया।
लेकिन उनका मन नौकरी में नहीं लगा और नौकरी छोड़ वो दोबारा दिल्ली पहुंचे। यहां काम कर कुछ पैसे बचाए और फिर अपना भोजपुरी एलबम निकाला। खेसारी को पहली सफलता अपने भोजपुरी एल्बम ‘माल भेटाई मेला’ से मिली।
खेसारी लाल यादव की पहली भोजपुरी फिल्म साजन चले ससुराल 2012 में आयी और इस फिल्म ने खेसारी को रातों रात सफलता के नये शिखर पे पहुँचा दिया।
प्रारम्भ से ही खेसारी लाल लोक गायक और् साथ ही वो एक अच्छे नृतक भी हैं। शुरुआत ने उन्हें बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ा भोजपुरी गायक बनने के लिए पैसो का होना बहुत जरुरी था
पैसो को इकठ्ठा करने के लिए उन्हें लिट्टी चोखा बेचने पड़ा इसके लिए उन्होंने अपनी फ़ोर्स की बड़ी नौकरी छोड़ दी
कुछ सालो बाद उन्होंने भोजपुरी एल्बम में गाना शुरू किया जहाँ उन्हें उ. प . , बिहार व झारखण्ड और जहाँ भोजपुरी बोली जाती है उनके गीतों बेशुमार प्यार मिला।
उन्होने सेकड़ो भोजपुरी हिट गीत गाए पियवा गए रे हमर सऊदी रे भौजी ,सैयां अरब गइले न ,और सैयां आइबा की न आइबा व लहंगा में मीटर उनके प्रसिद्ध एल्बम गीत है।
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