गणित मानव सभ्यता की सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण विद्या में से एक है। यह न केवल विज्ञान और तकनीकी प्रगति की नींव है, बल्कि तर्क, सोच और विश्लेषण की क्षम
जानिए फादर ऑफ मैथमेटिक्स (गणित के जनक) कौन हैं ?
गणित मानव सभ्यता की सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण विद्या में से एक है। यह न केवल विज्ञान और तकनीकी प्रगति की नींव है, बल्कि तर्क, सोच और विश्लेषण की क्षमता को भी विकसित करती है। जब हम गणित के इतिहास की बात करते हैं, तो एक नाम सबसे प्रमुख रूप से सामने आता है — आर्किमिडीज़ (Archimedes)। इन्हें ही “गणित का जनक” (Father of Mathematics) कहा जाता है।
आर्किमिडीज़ का परिचय
आर्किमिडीज़ एक प्राचीन ग्रीक गणितज्ञ, भौतिक विज्ञानी, अभियंता, खगोलशास्त्री और दार्शनिक थे। उनका जन्म 287 ईसा पूर्व में सिराक्यूज़ (Syracuse), सिसिली में हुआ था। उन्होंने गणित के क्षेत्र में ऐसे सिद्धांत प्रस्तुत किए जो आज भी विज्ञान और इंजीनियरिंग की नींव हैं।
गणित में योगदान
आर्किमिडीज़ ने ज्यामिति, बीजगणित और यांत्रिकी में कई महत्वपूर्ण खोजें कीं। उन्होंने वृत्त का क्षेत्रफल, गोले और बेलन का आयतन, तथा उत्प्लावन सिद्धांत (Law of Buoyancy) जैसी अवधारणाएँ दीं। उनका प्रसिद्ध सूत्र,
“Eureka!” (मुझे मिल गया!), तब कहा गया जब उन्होंने नहाने के दौरान पानी के विस्थापन से वस्तु का आयतन ज्ञात करने का सिद्धांत खोजा।
प्रमुख उपलब्धियाँ
- आर्किमिडीज़ का सिद्धांत – किसी तरल में डूबी वस्तु पर ऊपर की ओर लगने वाला बल उस तरल के विस्थापित भाग के भार के बराबर होता है।
- पाई (π) का मान – उन्होंने सबसे पहले वृत्त की परिधि और व्यास के अनुपात (π) की सटीक गणना की।
- पुली और लीवर प्रणाली – उन्होंने बल को संतुलित करने और यांत्रिक उपकरणों के कार्य को समझाने के लिए नियम विकसित किए।
- आर्किमिडीज़ स्क्रू – पानी को ऊपर उठाने के लिए बनाया गया एक उपकरण जो आज भी कुछ जगहों पर उपयोग किया जाता है।
आर्किमिडीज़ का प्रभाव
आर्किमिडीज़ के सिद्धांतों ने आगे चलकर न्यूटन, गैलीलियो और केपलर जैसे वैज्ञानिकों को प्रेरित किया। उनकी खोजों ने गणित, भौतिकी और अभियांत्रिकी के क्षेत्र को नई दिशा दी।
आर्किमिडीज़ को “गणित का जनक” इसलिए कहा जाता है क्योंकि उन्होंने गणित को केवल गणना की विधि न मानकर उसे तर्क और सिद्धांत की गहराई तक पहुँचाया। उनकी खोजों और विचारों ने आधुनिक विज्ञान की नींव रखी। आज भी जब हम किसी वैज्ञानिक सिद्धांत या गणितीय सूत्र का उपयोग करते हैं, तो कहीं न कहीं उसमें आर्किमिडीज़ की बुद्धिमत्ता की छाप होती है।
FAQ
प्रश्न 1: गणित के जनक किसे कहा जाता है?
उत्तर: गणित के जनक आर्किमिडीज़ (Archimedes) को कहा जाता है।
प्रश्न 2: आर्किमिडीज़ का जन्म कहाँ हुआ था?
उत्तर: आर्किमिडीज़ का जन्म सिराक्यूज़ (Syracuse), सिसिली में 287 ईसा पूर्व हुआ था।
प्रश्न 3: आर्किमिडीज़ की प्रमुख खोजें कौन-सी हैं?
उत्तर: उन्होंने उत्प्लावन सिद्धांत (Law of Buoyancy), पाई (π) का मान, गोले और बेलन का आयतन, और आर्किमिडीज़ स्क्रू जैसी महत्वपूर्ण खोजें कीं।
प्रश्न 4: आर्किमिडीज़ का प्रसिद्ध कथन क्या था?
उत्तर: उनका प्रसिद्ध कथन था “Eureka!”, जिसका अर्थ है “मुझे मिल गया!”
प्रश्न 5: आर्किमिडीज़ को गणित का जनक क्यों कहा जाता है?
उत्तर: क्योंकि उन्होंने गणित के सिद्धांतों और तर्कों को विकसित कर इसे विज्ञान की नींव बनाया, इसलिए उन्हें “गणित का जनक” कहा जाता है।
प्रश्न 6: आर्किमिडीज़ का सिद्धांत क्या बताता है?
उत्तर: यह सिद्धांत बताता है कि किसी तरल में डूबी वस्तु पर ऊपर की ओर लगने वाला बल उस तरल के विस्थापित भाग के भार के बराबर होता है।
प्रश्न 7: आर्किमिडीज़ ने किन वैज्ञानिकों को प्रेरित किया?
उत्तर: उनके सिद्धांतों ने न्यूटन, गैलीलियो और केपलर जैसे महान वैज्ञानिकों को प्रेरित किया।


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