लैक्टोनिक ग्रेन्यूल (Lactonic Granule) एक आयुर्वेदिक एवं हर्बल औषधि है, जिसका प्रयोग मुख्य रूप से स्तनपान कराने वाली माताओं में दूध की मात्रा बढ़ाने क
जानिए लैक्टोनिक ग्रेन्यूल्स क्या है? इसके उपयोग, फायदे और नुकसान
लैक्टोनिक ग्रेन्यूल (Lactonic Granule) एक आयुर्वेदिक एवं हर्बल औषधि है, जिसका प्रयोग मुख्य रूप से स्तनपान कराने वाली माताओं में दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए किया जाता है। यह पाउडर या दानेदार (granule) रूप में उपलब्ध होती है और इसमें कई प्रकार की जड़ी-बूटियाँ शामिल होती हैं जो स्तन ग्रंथियों को सक्रिय करने और दूध स्राव बढ़ाने में सहायक होती हैं।
लैक्टोनिक ग्रेन्यूल के प्रमुख घटक:
इसमें मुख्यतः निम्नलिखित प्राकृतिक तत्व पाए जाते हैं –
-
शतावरी (Asparagus racemosus) – स्तनपान बढ़ाने और हार्मोन संतुलन के लिए प्रसिद्ध।
-
विदारीकंद (Pueraria tuberosa) – शरीर को शक्ति देता है और स्तनपान सुधारता है।
-
ज्योतिष्मती, अश्वगंधा और मेथी – स्तन ग्रंथियों को उत्तेजित कर दूध उत्पादन में मदद करती हैं।
लैक्टोनिक ग्रेन्यूल के उपयोग:
-
प्रसव के बाद स्तनपान बढ़ाने के लिए।
-
शिशु को पर्याप्त पोषण देने हेतु दूध की मात्रा सुधारने में।
-
माँ के शरीर को प्रसवोत्तर कमजोरी से उबारने में सहायता करता है।
-
मानसिक तनाव और थकावट को कम करने में सहायक।
लैक्टोनिक ग्रेन्यूल के फायदे (Advantages):
-
यह 100% प्राकृतिक और हर्बल फॉर्मूला है।
-
हार्मोनल असंतुलन को सुधारकर दूध स्राव बढ़ाता है।
-
शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।
-
माँ के शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखता है।
-
नवजात शिशु को पर्याप्त दूध प्राप्त होने से उसकी वृद्धि बेहतर होती है।
लैक्टोनिक ग्रेन्यूल के नुकसान (Loss / Side Effects):
-
अत्यधिक मात्रा में सेवन से गैस, पेट दर्द या अपच की समस्या हो सकती है।
-
जिन महिलाओं को किसी हर्बल तत्व से एलर्जी है, उन्हें सावधानी रखनी चाहिए।
-
डॉक्टर की सलाह के बिना लंबे समय तक सेवन नहीं करना चाहिए।
-
कभी-कभी हार्मोनल बदलाव के कारण हल्की सूजन या असुविधा महसूस हो सकती है।
कैसे और कब लें:
आम तौर पर इसे एक से दो चम्मच गुनगुने दूध के साथ दिन में दो बार लिया जाता है।
हालाँकि, सही मात्रा का निर्धारण डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह से ही करें।
लैक्टोनिक ग्रेन्यूल स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए एक उपयोगी हर्बल उपाय है, जो प्राकृतिक रूप से दूध की मात्रा बढ़ाने में मदद करता है। लेकिन इसे केवल चिकित्सकीय परामर्श से ही लेना चाहिए ताकि इसके सभी लाभ सुरक्षित रूप से प्राप्त किए जा सकें और किसी भी दुष्प्रभाव से बचा जा सके।
FAQ
प्रश्न 1: लैक्टोनिक ग्रेन्यूल क्या है?
उत्तर: लैक्टोनिक ग्रेन्यूल एक आयुर्वेदिक दवा है जो स्तनपान कराने वाली माताओं में दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए उपयोग की जाती है।
प्रश्न 2: लैक्टोनिक ग्रेन्यूल कैसे काम करती है?
उत्तर: इसमें मौजूद शतावरी, विदारीकंद और मेथी जैसे तत्व स्तन ग्रंथियों को सक्रिय करके दूध स्राव बढ़ाते हैं।
प्रश्न 3: इसे कब और कैसे लेना चाहिए?
उत्तर: आमतौर पर इसे दिन में दो बार, एक से दो चम्मच गुनगुने दूध के साथ लिया जाता है। मात्रा डॉक्टर की सलाह से तय करनी चाहिए।
प्रश्न 4: क्या लैक्टोनिक ग्रेन्यूल के कोई साइड इफेक्ट हैं?
उत्तर: अधिक मात्रा में सेवन से गैस, पेट दर्द या अपच की समस्या हो सकती है। इसलिए सीमित मात्रा में और चिकित्सकीय सलाह से ही लें।
प्रश्न 5: क्या यह पूरी तरह सुरक्षित है?
उत्तर: हाँ, यह प्राकृतिक हर्बल तत्वों से बनी होती है, परंतु हर व्यक्ति की प्रतिक्रिया अलग हो सकती है, इसलिए डॉक्टर से परामर्श जरूरी है।
प्रश्न 6: क्या यह दवा बच्चे पर कोई प्रभाव डालती है?
उत्तर: नहीं, यह केवल माँ के शरीर पर असर करती है और दूध की गुणवत्ता व मात्रा सुधारती है, जिससे बच्चे को पोषण बेहतर मिलता है।
प्रश्न 7: क्या गर्भवती महिलाएँ इसे ले सकती हैं?
उत्तर: नहीं, लैक्टोनिक ग्रेन्यूल का सेवन केवल प्रसव के बाद स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए ही उपयुक्त है।


COMMENTS